Computer Information


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सभी का मेरे ब्लॉग विवेक कंप्यूटर एजुकेशन पर स्वागत है। कंप्यूटर के सभी प्रोग्राम की जानकारी प्राप्त करें


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दोस्तों मैं अमित कुमार आप सभी का मेरे ब्लॉग Vivek Computer Education पर स्वागत करता हूँ।

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AUTHOR 👉 AMIT KUMAR
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DTP

Saturday, October 5, 2024

TALLY FEES ENTRY

Tally मे Fees की Entry कैसे करे।


सबसे पहले आप Company Create करे जो भी आपके School, College, Coaching या Tuition Center का नाम हो जैसे : Vivek Computer Education

👇

Company Create करने के बाद आप Ledger Create करे Account Info के अंदर प्रवेश करके Leder Create करे जैसे आपके Student का नाम लिखे फिर Under मे Sundry Debtor Select करे फिर Maintain Balance Bill-by-bill को Yes करे। Student का Address भी आप लिख सकते है या छोड़ सकते है। फिर Enter करके Accept कर दे। फिर दूसरा Ledger Create करे जैसे की आप किस तरह से Students से Fees लेते है, जैसे School Fees या Course By Course Fees या Tuition Fees या Computer Fees जैसे की मैंने यहा Computer Fees का Ledger Create किया है। फिर इस Ledger को मैंने Under मे Indirect Income मे Select किया है, क्योंकि यहा हम Fees Students से Service देकर प्राप्त कर रहे है। इसलिए इसका Ledger Indirect Income मे Select करे। फिर Esc (Escape) दबाकर बिल्कुल बाहर आए और Accounting Vouchers मे Enter करे फिर Keyboard मे से F7 दबाये आपके सामने Journal Ka Voucher Option खुल जाएगा। फिर आप Journal No.1 मे Particular मे आप By मे Student का नाम लिखे और Enter करे फिर Amount लिखे जितने महीने या साल की आप Total Fees लेते है एक Student से वो लिखे जैसे की मैंने यहा 12 Months की 6750 Rs Fees लिखी है फिर Bill Wise Details मे New Ref मे आप अपने अनुसार कुछ भी लिख सकते है, जैसे मैंने यहा Computer Fees लिखा हुआ है। फिर Enter करे फिर To मे Computer Fees या आप जिस भी Ledger का नाम बनाएंगे वो Select करे और Accept करे। इसके बाद आप Keyboard मे F6 Button को दबाये F6 को दबाने से Receipt का Voucher Option खुल जाएगा फिर आप जिस महीने की Fees Entry करना चाहते है Keyboard मे F2 दबाये फिर Date मे तारीख 1st लिखे और Month Change करके Entry करना शुरु करे जैसे :- Receipt No.1 मे Account Cash Select करे और Enter करे फिर Student ka नाम Select करे औऱ महीने की जो भी Fees है वो लिखे फिर Bill-wise Details for मे Type of Ref मे Agst Select करे ऐसा करने से आपके सामने आपका बनाया हुआ Computer Fees का Ledger आएगा फिर इसे Select करके Enter करे ऐसा करने से Student की Fees Automatically घटती चली जाएगी जब भी आप Next Month की Entry करोगे। इस प्रकार आप हर महीने की Entry करते जाए आपके Students का Fees Record एकदम सही रहेगा।

Friday, June 7, 2024

COREL DRAW

नमस्कार दोस्तों मैं अमित कुमार आज की पोस्ट में आपको Graphic Designing Software Corel Draw के बारे में बहुत विशेष जानकारी दूँगा आप मेरी पोस्ट को पूरा पढ़े।

COREL DRAW

कोरल ड्रा एक Vector Graphic Editing Software है, जिसे विकसित और विपणन ओटावा, कनाडा के कोरल निगम ने किया। इसका सबसे नया संस्करण X8 है जो मार्च, २०१६ में प्रकाशित हुआ। कोरल ड्रा लोगो और पोस्टर के रूप में दो-आयामी छवियों को संपादित करने के लिए बनाया गया है। यह सॉफ्टवेयर डिजाइन और संपादन के लिए प्रयोग किया जाता है जो वेब पर भी प्रयोग किया जा सकता है। Corel Draw Graphic Design के लिए सबसे बेहतरीन Software है। Corel Draw में आप किसी भी प्रकार की Designing कर सकते है।


Corel Draw में किसी भी प्रकार की Designing करने के लिए आपको Corel Draw के सभी Tools पर कार्य करने की अच्छी समझ होना बहुत आवश्यक है तभी आप Corel Draw पर अच्छी Designing बना सकते है। Corel Draw पर Graphic Designing का कार्य सबसे ज्यादा किया जाता Corel Draw मे काफी सारे Tools है। जिनके बारे मे विस्तार से जानिए।



सबसे पहले आप Google की web, Website से Corel Draw Download करे फिर अपने Computer या Laptop में Corel Draw Install करे। Installation Complete होने के बाद आप Corel Draw Open करे फिर आप Corel Draw में किसी प्रकार की Designing करना सीखें।

Sunday, April 2, 2023

Microsoft Access

MICROSOFT ACCESS


दोस्तो एक बार फिर मेरे ब्लॉग विवेक कंप्यूटर एजुकेशन पर आपका स्वागत है। आज की इस ब्लॉग पोस्ट में मैं आपको माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस के बारे में विस्तार से जानकारी दूंगा। मेरी पोस्ट को पूरा पढ़ते रहे। और एमएस एक्सेस की जानकारी जानिये। और फॉर्म को पूरा भरे।

Ms Access (Microsoft Access) ये Ms Office का पैकेज है। Ms Access एक डाटा बेस प्रोग्राम है एक्सेस में Blank Data Base File Create करके Data रिकॉर्ड कर सकते हैं। Ms Access में Local Template द्वारा Assets, Contacts, Event, Faculty, Issues Marketing Projects, Sales Pipeline, Student, Task आदि फॉर्म क्रिएट करके डेटा रिकॉर्ड करते हैं और डेटा को इंपोर्ट और एक्सपोर्ट भी कर सकते हैं। कॉन्टैक्ट फॉर्म में एंट्री करने के लिए सबसे पहले आपको एमएस एक्सेस ओपन करके कॉन्टैक्ट पर क्लिक करके फिर क्रिएट पर क्लिक करना होगा। Create करने पर Contact List खुल जाएगी फिर आप Mouse से New पर क्लिक करे। और फॉर्म को पूरा भरे। फॉर्म भरने के बाद सेव करें और नया पार क्लिक करें तो आपके द्वारा टाइप किया गया फॉर्म 1 डेटा सेव हो जाएगा। इसी प्रकार आप एक ही Contact Form में कई Entry कर सकते हैं।

Wednesday, March 15, 2023

Tally.Erp 9.0

Tally.Erp 9.0 में GST (Goods & Service Tax) का बिल बनाना सीखे बिलकुल विस्तार से GST का बिल बनाने के लिए पोस्ट को पूरा पढ़े। तो शुरू करते है। सबसे पहले आप टैली को ओपन करें। फिर Company Create. करें। जैसे👇
फिर कीबोर्ड से F11 बटन को दबायें फिर F3 दबायें फिर Enabled Goods and Service Tax (GST) को Yes करे। फिर Set/alter GST details को Yes करे। इसे Yes करने पर एक और नया विकल्प खुलेगा इसमे कंपनी की Details भरे। जैसे 👇
Set/alter GST details इसे Yes करने पर एक और नया विकल्प खुलेगा इसमे कंपनी की Details भरे। जैसे 👇
फ़िर Esc (Escape) करे। Accounts Info. Ledgers पर क्लिक करे। 👇
Single Leder Create करे।👇
फिर Sales का Ledger Create करें। जैसे👇
Name - Sales लिखे
Under- Sales Account में Select करें।
जैसे👇
फिर Statutory Information में
Is GST Applicable को Applicable करें।
Set/alter GST Details को Yes करें।
फिर GST Details For Ledger Sale Taxable में।
Nature of transaction में Sales Taxable Select करें।
फिर Taxability में Taxable Automatic आ जाएगा।
फिर Tax Type Rate में।
Integrated Tax में 18% लिखे और Accept करें। जैसे👇


फिर CGST का Ledger Create करें। जैसे
Name - CGST
Under- Duties & Taxes में Select करें।
Type of duty/tax में GST Select करें।
Percentage of Calculation में 9% लिखें। और Accept करें।

इसी प्रकार SGST का Ledger Create करें। जैसे 👇
Name - SGST Under- Duties & Taxes में Select करें।
Type of duty/tax में GST Select करें।
Percentage of Calculation में 9% लिखें। और Accept करें। फिर Esc button दबाये।

फिर Inventory Info में। Units of Measure Create करें जैसे 👇
Type - Single ही रहने दें।
Symbol - Pcs लिखे।
Formal Name- Pieces लिखें फिर Accept करें। जैसे 👇

फिर Esc करें और

Stock Item Select करें। फिर Single Item में Create पर क्लिक करें। और कोई भी Item Create करे। जैसे 👇
फिर Esc (Escape) करके Gateway of Tally मतलब बिल्कुल बाहर आ जाए और Accounting Vouchers के लिए V दबा सकते है या Arrow से नीचे की तरफ Selection लाकर Accounting Vouchers पर enter करे।

Saturday, November 26, 2022

Ad Serving is Currenlty limited क्या है?

Ad Serving is Currenlty limited

पोस्ट को पूरा पढ़ते रहे हर समस्या का समाधान जरूर मिलेगा।

नमस्कार दोस्तों में अमित कुमार आज की पोस्ट में google adsense Ad Serving is Currenlty limited (The number of ads you can show has been limited.क्यो आता है? आज की इस पोस्ट में इसकी पूरी जानकारी आपको दी जाएगी पोस्ट को पूरा पढ़े। दोस्तों आप भी गूगल एडसेंस में जरूर रुचि रखते होंगे और आपने भी ब्लॉगर पर अपना अकाउंट बनाने के बाद अपनी ब्लॉग वेबसाइट को पब्लिश भी किया होगा और आपको गूगल एडसेंस अप्रूवल भी शायद नहीं मिला हो क्योंकि गूगल एडसेंस में डोमेन खरीदना पड़ता है। और डोमेन खरीदने के बाद गूगल एडसेंस का अप्रूवल मिलने के चांस ज्यादा होते हैं। लेकिन आप डोमेन नहीं खरीदना चाहते हैं, और फ्री में ब्लॉगर वेबसाइट द्वारा कमाई करने के बारे में रहे हैं तो मैं आपको बताना चाहता हूं की फ्री में ब्लॉग बनाकर कमाई करने के लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत करनी होगी और अपने खुद के अच्छे कंटेंट लिख अपने कबलॉग को पोस्ट करें। अगर आप Continue अच्छे कंटेंट अपने ब्लॉग पर पोस्ट करते रहेंगे तो आपको जरूर गूगल एडसेंस अप्रूवल मिल जाएगा। Approval मिलने के बाद अपने ब्लॉग पर विज्ञापन दिखा करvकमाई शुरू कर सकते हैं। अब बात करते हैं कि गूगल एडसेंस अप्रूवल मिलने के बाद भी आपके ब्लॉग पर विज्ञापन क्यों नहीं दिख रहे इसका क्या कारण हो सकता है? पोस्ट को पूरा पढ़ते रहे। Google Adsense Ad Serving is Currenlty limited आपके ब्लॉग वेबसाइट पर तब आता है जब आपके ब्लॉग पर इनवैलिड ट्रैफिक आना शुरू हो या किसी दूसरे मोबाइल का इस्तमाल करके अर्निंग ज्यादा करने का कार्य किया जाता हो तब इनवैलिड Traffic Ad Serving is Currenlty limited वैसे Ad Serving is Currenlty limited आने पर आपको घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकी ये समस्या 1 महीने तक रहती और बाद में हट जाती है और इस Ad Serving is Currenlty limited की समस्या हटने के बाद आप फिर से अपने ब्लॉग पर विज्ञापन लगा कर कमाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ टिप्स फॉलो करने होंगे जो मैं बताऊंगा, सबसे पहले अगर आपने अपने ब्लॉग पोस्ट को भी शेयर किया हुआ हो तो वहां से डिलीट कर दे और अपने एडसेंस ऑप्शन में ऑटो Ads को No Ads करें। दोस्तो ये समस्या काफी ब्लॉगर्स के साथ हुई होगी मेरे साथ भी हुई थी लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी बहुत सारी तकलीफ का सामना करने के बाद मेरी प्रॉब्लम सॉल्व हुई और मैंने फिर से Ads लगाना शुरू किए और फिर मेरे ब्लॉग पर Ads दिखना शुरू हुए। तो आपको भी अपनी ऐसी समस्या का समाधान करने के लिए मेहनत करनी होगी और मेरे द्वारा बताए गए रूल को फॉलो करेंगे तो समस्या जल्दी सॉल्व होगी। हमारी पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद अगर आपकी ब्लॉग द्वारा कोई भी समस्या हो जाए तो मैं कामना करता हूं कि आपकी समस्या जल्दी हल हो।
Blog Witer- Amit Kumar

Thursday, September 29, 2022

Blog क्या होता है ?

BLOG क्या होता


ब्लॉग्गिंग ये होता है, इसमें किसी भी प्रकार का कार्य जैसे जो blogger अपने Blog के माध्यम से किसी भी तरह की जानकारी जैसे Information Techonology (सूचना प्रोद्योगिकी) की जानकारियां आपको अपने ब्लॉग के माध्यम से अच्छी और सरल जानकारी प्रदान करे। अगर आप हमारी इस पोस्ट को पढ़ रहे है तो आप ज़रूर ब्लॉग में रूचि रखते है। तो आप भी एक अच्छे Professional Blogger बन सकते है। हमारी इस पोस्ट को पूरा पढ़ते रहे। मैं यही कोशिश करूंगा की आपको ब्लॉग्गिंग की सरल और ज्यादा से ज्यादा जानकारी दूँ।



Blogging एक प्रकार की Website ही होती है इसमें कई प्रकार की ब्लॉग वेबसाइट पर ब्लॉग बना सकते है। Blog बनाने से पहले आप किसी भी ब्लॉग वेबसाइट पर ब्लॉग बनाने के लिए आपको उस वेबसाइट पर अपना एक अकाउंट क्रिएट करना होता है। Account Create करने के लिए आपको उस Website जिस पर आप Blog बनाना चाहते है। के Website Pages पर Sign Up करना होगा फिर उस में अपनी Deatails भरनी होगी। फिर आपको अपने Blog का कोई Unique Name जैसे हमारे Blog का नाम विवेक कंप्यूटर एजुकेशन आप जिस प्रकार का ब्लॉग बनाएंगे तो उसी से Related आपको अपने ब्लॉग का नाम देना है। वैसे तो ब्लॉग की काफी सारी वेबसाइट है। और आपको ब्लॉग बनाने के लिए डोमेन भी खरीदना होगा। जिससे आपको Addsense Approval जल्दी मिल सके।


दोस्तों अब मैं आपको बिल्कुल शुरआत से ब्लॉग बनाने की पूरी जानकारी के बारे में बताऊंगा जिससे आप अच्छा ब्लॉग बना सके और Adsense के द्वारा Earning भी कर सके तो Post को शुरू से लेकर पढ़ते रहे। सबसे पहले आपको Google पर Gmail में अपना अकाउंट क्रिएट करना होगा। यदि आपने Gmail में अपना Account पहले से बना रखा है। तो उस Account के माध्यम से Google पर www.blogger.com पर Click करके Blogger.com के Page पर Create a unique and beautiful blog easily पर क्लिक करे। फिर अपनी Gmail ID लिखे फिर Password लिखे और Sign in करे। फिर नीचे दिखाए गए चित्र में अपने Blog का Uniuqe नाम दे। फिर Create Your Blog पर Click करे।

 

 


फिर अपने ब्लॉग के लिए कोई यूनिक नाम टाइप करे फिर Next पर क्लिक करे।

फिर Address में अपनी Gmail ID Type करे। और Next पर क्लिक करे। फिर Display में अपने Blog का नाम जो आप प्रदर्शित (दिखाना चाहते) वह Type करे। फिर Finish पर Click करे। इसके बाद आप Earning पर Click करे। फिर Create Adsense Account पर क्लिक करे और फिर Start Using Adsense पर क्लिक करने पर आपकी Blog Website तैयार हो जाएगी। फिर आप अपने ब्लॉग पर अच्छे कंटेंट/आर्टिकल लिखे Blog एक Wesite ही है जिसे कभी - भी Update किया जाता है, और अपने लिखे हुए Content को Publish किया जाता है। जब आप अच्छे कंटेंट लिखना शुरू करेंगे और आपके ब्लॉग पर ट्रैफ़िक आएंगे तो फिर आप Blog Adsense के द्वारा कमाई शुरू कर सकेंगे। दोस्तों आशा करता हूँ आपको हमारी Post Blogging की जानकारी अच्छी लगी हो। और आप हमारी इस Post के माध्यम से आप भी एक अच्छे Professional Blogger बन सके और Google Adsense पर अच्छे Content लिख कर Adsense Approval ले सके।

Friday, September 23, 2022

KEYBOARD SYMBOLS NAME

नमस्कार दोस्तों आज की पोस्ट में मैं Amit Kumar आपको कीबोर्ड के सिंबल (चिन्ह) के बारे में बहुत ही खास जानकारी दूंगा। Symbols के नाम English और हिंदी में आपको इस पोस्ट के माध्यम से प्राप्त होगा पोस्ट को शुरुआत से पूरा पढ़े और कंप्यूटर की अधिकतम जानकारी प्राप्त करे। और Keyboard के Symbols के नाम की जानकारी जानिये।

ऊपर दिखाए गए Chart में ये Symbols Shift का प्रयोग करने पर Page पर आयेंगे। इन Symbols का उपयोग Typing करते समय प्रयोग किया जाता है, और किसी भी Programing Code में इन Symbols का प्रयोग किया जाता है। जैसे- HTML, DHTML, JAVA SCRIPT, VB SCRIPT, C, C++ आदि में इनका प्रयोग किया जाता है।


Tuesday, September 13, 2022

Computer Fundamental Theory

नमस्कार दोस्तों आज की पोस्ट में मैं आपको Computer  Fundamental (कम्प्यूटर मौलिक सिद्धांत) के बारे में जानकारी दूंगा बेहतरीन जानकारी जानने के लिए पोस्ट को पूरा पढ़ते रहे, इससे आपको कंप्यूटर के  बारे में पूरी और ज्यादा जानकारी मिलेगी। जैसे --:-- What is Computer, Measurements for Memory & Storage, Computer Father, Laptop, Father, Typewriter Father, Computer Generation, Windows Operating System etc. सभी जानकारी जानने के लिए पोस्ट को शुरू से पढ़ते रहे।


COMPUTER FUNDAMENTAL THEORY

Q. What is Computer?

Ans. Computer is an electronic device machine which can do arithmetical and logical calculation very fast it takes few minute data to process.

(कंप्यूटर बिजली से चलने वाला यंत्र है, जिसकी गणना बहुत तेजी से की जा सकती है, कुछ ही मिनट में)



Q. Who was Father of Computer?

Ans. The father was of computer Charles Babage.


Q. Who was Father of Laptop?

Ans. The father of Laptop is Bill Moggridge.


Q. Who was Father of Typewriter?

Ans. The father was of Typewriter Christopher Lathem Soles.


Q.3.What is Full Form of Basic?

Ans. Beginners All Purpose Symbolic Instruction Code.


Q.4.What is Windows?

Ans. Windows is a Operating System.


Computer Full Form
C
=Calculate O
M
P
U
T
E
R


Measurements for Memory & Storage

 

1.

2.

3.

4.

5.

6.

7.

8.

9.

8 Bits

1024 Bytes

1024 Kilobytes

1024 Megabytes

1024 Gigabytes

1024 Terabytes

1024 Petabytes

1024 Exabytes

1024 Zetabytes

  1 Byte

  1 Kilobyte

  1 Megabyte   

  1 Gigabyte

  1 Terabyte

  1 Petabyte

  1 Exabyte

  1 Zetabyte

  1 Yottabyte


 


Tuesday, September 6, 2022

INTERNET

Internet क्या है।

Internet एक Global Computer Network है जो की पुरे विश्व में Network के माध्यम से  जुड़ा हुआ। यह एक मानकीकृत संचार Protocol का प्रयोग करके विश्व में कई प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारियां और सुविधाएं प्रदान  करता है। Internet यह कई कंप्यूटर के माध्यम से जुड़ा हुआ है। हमारे ब्लॉग पर आपको  Computer की सभी तरह की जानकारियाँ मिलेंगी।Internet में (WWW) का पूरा नाम  World Wide Web होता है। यह जानकारियों का भंडार होता है। इसमें प्रत्येक लिंक पर क्लिक करके जानकारिया प्राप्त कर सकते है। यह एक ऐसी Technology है। इसमें विश्व के Computer एक दूसरे से जुड़े हुए है। (World Wide Web) - Html और Http Web Server और Browser पर काम करता है।(IP) Internet Protocol ~-~-~विश्व में Devices को Link करने के लिए ((IP) Internet Protocol) का प्रयोग करने वाले Interconnected (परस्पर) Global Computer Networking प्रणाली है। इसमें Private, Public, Educational, Business और Government Networks of global networks मौजूद है।



Sunday, September 4, 2022

VB SCRIPT

VB SCRIPT
VISUAL BASIC SCRIPT

VB SCRIPT एक सक्रिय भाषा है। इस भाषा को ने 1996 में विकसित किया तब VB SCRIPT का Version 10.से 2.0 तक हुआ यह Script Windows में प्रयोग होने वाली भाषा है। इसके बाद Version 5.0 में VB SCRIPT की कार्यक्षमता को नई Technology के साथ बढ़ाया गया। फिर VB SCRIPT Version 5.5 की शुरुआत हुई। इसमें VB SCRIPT को Regular Expression Claas के साथ जोड़ा गया। जिससे Script लेखक को Expressions के अंदर Text कैप्चर करने की अनुमति मिल सके। जब Microsoft Internet Explorer मेें Client-Side Web Development के नियोजित किया जाता है, तो VB SCRIPT Java Script के समान कार्य करती है VB SCRIPT का उपयोग Web Pages के Server-Side Processing के लिए भी किया जाता है। विशेषकर बात Microsoft Active Server Page Asp के साथ Engine और Library ASP.DLL आव्हान करता है। VB SCRIPT का प्रयोग करने के लिए ASP Page में Embedded VB SCRIPT <% और %> सन्दर्भ Switch के अंदर निहित है। VB SCRIPT के साथ ASP Page का निम्न उदहारण Current समय को 24 घंटे में Display करता है। लेकिन इसका प्रयोग Operating System Windows के साथ Error संदेश के लिए Default Script के रूप में भी किया जाता है।

Wednesday, August 31, 2022

JAVA SCRIPT

HTML, DHTML की जानकारी पढ़ने के लिए नीचे दिए गए Text पर क्लिक करें।



JAVA SCRIPT

Java Script एक Computer Programing Language यह एक स्क्रिप्ट भाषा है, और सबसे मुख्य Client Side में Webpage के निर्माण में प्रयोग की जाती है। Java Script Html Designing के लिए Programing की सुविधा देती है।Java Script का आविष्कार 1995 Netscape Communication Corp ration Programmer Brendan Eich ने की Java Script की Languaguge को बनाने में 10 दिन लगे। Java Script एक Power Full Language है। Java Script Language आज भी Website में सबसे ज्यादा प्रयोग की जाती है। Java Script को Short Form में JS कहा जाता है। Web Application बनाने में Java Script का उपयोग होता है।


Java Script प्रोग्राम के तत्वों को निम्नलिखित पाँच श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है, उदहारण।👇  


Variables
Expressions
Control Structures
Functions
Object and Arrays👆


1. Variables >----->Variable किसी मेमोरी को दिया गया नाम होता है जो Value को Hold या स्टोर करती है। मतलब यह जब हम Variable को Define करते है तो मेमोरी में Value को स्टोर करके नाम देते है।

2. Expressions >----->Regular Expression एक Object होता है जो की एक Pattern को Describe करता है। Regular Expressions को Web Page के Text में Pattern Matching के लिए Use किया जाता है। Regular Expressions को Text को Search और Replace करने के लिए भी Use किया जाता है।


3. Control Structures >-----> Java Script में आदिम और गैर-आदिम डेटा संरचनाएं हैं। आदिम डेटा संरचनाएं और डेटा प्रकार प्रोग्रामिंग भाषा के मूल निवासी हैं। इनमें बूलियन, नल, संख्या, स्ट्रिंग आदि शामिल हैं। गैर-आदिम डेटा संरचनाएं नहीं हैं।


4. Functions >----->Java Script के अंदर नियंत्रण संरचनाएं प्रोग्राम प्रवाह को कोड या फ़ंक्शन की एक इकाई के भीतर बदलने की अनुमति देती हैं। ये तथ्य निर्धारित कर सकते हैं कि दिए गए कथनों को निष्पादित किया गया है या नहीं और कोड के एक ब्लॉक के बार-बार निष्पादन के लिए आधार प्रदान करते हैं। 

 

5. Object & Arrays >-----> Array Object आपको एक ही वेरिएबल में एकाधिक मानों को संग्रहीत करने देता है। यह एक ही प्रकार के तत्वों के एक निश्चित आकार के अनुक्रमिक संग्रह को संग्रहीत करता है। डेटा के संग्रह को संग्रहीत करने के लिए एक सरणी का उपयोग किया जाता है, लेकिन एक सरणी को उसी प्रकार के चर के संग्रह के रूप में सोचना अक्सर अधिक उपयोगी होता है।


👇

JAVA SCRIPT CODE EXAMPLE

Java Script की Coding करने के लिए आपको Notepad Open करके हमारे Blog पर दिया गया Java Script Code Type करने के बाद अपनी Notepad की File को Save करके File Name में कोई भी नाम देने के बाद डॉट (.html) जरुर देना है। और उसके बाद Internet Browser में अपनी File को Open करने के बाद। Button पर क्लिक करने से Current Date & Time Show हो जायेगा। 

Sunday, August 28, 2022

Tally.ERP 9 Financial Accounting

Tally.ERP यह Financial Accounting Software हैं Financial Year 1 April से 31 March तक होता है Accounting में Tally सबसे लोकप्रिय सॉफ्टवेयर है, Tally.ERP 9 यह Tally Solution Private Ltd. Company का सॉफ्टवेयर है, टैली के संस्थापक Shyam Sunder Goenka है, टैली की शुरुआत 1986 में हुई टैली का मुख्यालय बैंगलोर (कर्नाटक) इंडिया में है, टैली सॉफ्टवेयर का विशेष कार्य किसी भी कंपनी में लेन-देन की सभी जानकारी जैसे:>--> कंपनी हिसाब, कार्यालय किराया, वेतन व्यय, बिजली व्यय, बैंक लेनदेन, लेखा वाउचर जर्नल प्रविष्टि, भुगतान प्रविष्टि, रसीद प्रविष्टि, कॉन्ट्रा प्रविष्टि, टैक्स चालान जैसे -- GST, CGST, SGST, IGST, VAT, TCS, Service Tax, Payroll, Excise, TDS, आदि ये सब फीचर टैली.ईआरपी 9 में मोजुद है टैली के काफ़ी वर्जन है। विस्तार से जानेिये


Tally 4.5

lime Tally 5.4

Tally 6.3

Tally 7.2

Tally 8.1

Tally 9

Tally Prime

Tally.ERP 9 के बाद अब तक का नवीनतम संस्करण है। Tally Prime है। Tally.ERP 9 में 34 ग्रुप पहले सी ही मौजूद होते हैं अगर आप चाहे तो इसमे और ग्रुप बना सकते हैं अपने बिजनेस के हिसाब से और पहले से बने हुए ग्रुप को भी बदल सकते हैं। और टैली में 22 Voucher होते हैं। Groups और Voucher निम्नलिखत है।

GROUP


Bank Accounts👇

बैंक से संबंधित कोई भी कार्य किया जाता है तो इसका ग्रुप बैंक अकाउंट में रखा जाता है।

Bank OCC A/c👇

जब किसी भी बैंक से लोन लिया है तो इसका ग्रुप बैंक OCC A/c या बैंक ODD A/c दोनों से किसी भी एक में रखा जाता है।

Bank OD A/c👇

जब किसी भी बैंक से लोन  लिया है तो इसका ग्रुप बैंक OCC A/c या बैंक ODD A/c दोनों से किसी भी एक में रखा जाता है। इन दोनों का कार्य एक ही होता है।

Branch / Divisions👇

जब किसी भी कंपनी की अलग-अलग राज्यों में कई ब्रांच होती है तो Branch Division के माध्यम से Account Open कर सकता है, इस तरह के अकाउंट को Branch Division में रखा जाता है।

Capital Account👇

जब भी कोई व्यक्ति अपना  व्यापर शुरू करने के लिए जो धनराशि अपने व्यापर में लगाता है, तो इसका Ledger Capital A/c में रखा जाता है।

Cash-in-Hand👇

व्यापार में (नकद रोकड़) जो राशि प्राप्त होती है, तो इसका Ledger Cash-in-Hand ग्रुप में रखा जता है।

Current Assets👇

ऐसी संपत्ति जो कंपनी की बैलेंस शीट जो जरूरी वित्तीय निवेश होता है, जिसे अनिवार्य रूप से एक वर्ष में पूरा किया जाना होता है, इसमें कैश, कैश इक्विवैलेंट्स, अकाउंट रिसीवेबल्स, स्टॉक इन्वेंटरी, मार्केटेबल सिक्योरिटीज, प्री-पेड लायबिलिटी और अन्य लिक्विड एसेट शामिल होते हैं। यह Current Assets कहलाते हैं।

Current Liabilities👇

वर्तमान देनदारियां यह कंपनी के दायित्व हैं जो एक वर्ष के अन्दर भुगतान किए जाने की उम्मीद है, और देनदारियों जैसे खाते देय, अल्पावधि ऋण, देय ब्याज, बैंक ओवरड्राफ्ट और कंपनी की अन्य ऐसी अल्पकालिक देनदारियां शामिल हैं। यह Current Liabilities कहलाती है।

Deposit (Asset)👇

वह सम्पत्ति जो किसी कंपनी के लिए लंबे समय से खरीदी हुई। जमीन या Building (Property) कुछ भी हो। या आपने लम्बे समय किसी जगह पर किया हुआ निवेश भी हो सकता है। जैसे आपने किसी म्यूच्यूअल फंड में लम्बे समय के लिए निवेश किया हो या फिर 1 साल से ज्यादा की Fixed Deposit आदि। यह Deposit Assets कहलाती है।

Direct Expenses👇

यदि किसी भी व्यवसाय (Business) में किसी भी वस्तु का निर्माण होता है। तो वह वस्तु के निर्माण कार्य के समय में लगने वाले :- Wages Expenses, Purchase of Raw material Expenses, Gas & Fuel Expenses आदि। व्यय प्रत्यक्ष व्यय (Direct Expenses) कहलाते है।

Direct Incomes👇

यह प्रत्यक्ष आय होती है। Direct Income ऐसी आय से होती है। जो हमे व्यवसाय में सीधे माल बिक्री (Goods Sale) करने के पश्चात होती है। जैसे :- यदि हमारी एक स्टेशनरी की दुकान है और दुकान मे रखे हुए किसी पेन की थोक कीमत 4 रू है, और हम उस पेन को 5 रू मे बेचते हैं। तो हमें सीधे 1 रुपये का फायदा हुआ यह Direct Incomes कहलाती है।

Duties & Taxes👇

किसी भी प्रकार का Tax जैसे-देश के अंदर गुड्स के प्रॉडक्शन और उसकी बिक्री पर लगता है. इस टैक्स को सेन्ट्रल वैल्यू ऐडेड टैक्स (CENVAT) के नाम से भी जाना जाता है, बिक्री माल पर लगाये गये Taxes के Ledger Duties & Taxes Group में रखे जाते हैं।

Expenses (Direct)👇

यदि किसी भी व्यवसाय (Business) में किसी भी वस्तु का निर्माण होता है। तो वह वस्तु के निर्माण कार्य के समय में लगने वाले :- Wages Expenses, Purchase of Raw material Expenses, Gas & Fuel Expenses आदि। व्यय प्रत्यक्ष व्यय (Direct Expenses) कहलाते है। Direct Expenses और Expenses Direct दोनो एक ही लेजर है

Expenses (Indirect)👇

या Indirect Expenses अप्रत्यक्ष व्यय, (खर्च) हैं। किसी व्यवसाय में अप्रत्यक्ष व्यय मतलब (Indirect Expenses) ऐसे व्यय है। जो माल (Goods) खरीदी (Purchase) से संबंधित नहीं होते हैं। अर्थात अप्रत्यक्ष व्यय (Indirect Expenses) मे उन व्ययों (खर्चो) को शामिल किया जाता है।

Fixed Assets👇

वह एसेट्स और उपकरण जिसका उपयोग एक व्यवसाय अपनी आय बढ़ाने के लिए करता है। हम अचल संपत्तियों की एक और परिभाषा दे सकते हैं जैसे वह संपत्तियां जो एक वर्ष के अन्दर बेची नहीं जा सकती हैं। यह Fixed Assets कहलाती है।

Income (Direct)👇

यह प्रत्यक्ष आय होती है। Direct Income ऐसी आय से होती है। जो हमे व्यवसाय में सीधे माल बिक्री (Goods Sale) करने के पश्चात होती है। जैसे :- यदि हमारी एक स्टेशनरी की दुकान है और दुकान मे रखे हुए किसी Biscuit की थोक कीमत 9 रू है, और हम उस Biscuit को 10 रू मे बेचते हैं। तो हमें सीधे 1 रुपये का फायदा हुआ यह Direct Incomes कहलाती है। Direct Income और Income(Direct) ये दोनो भी एक ही लेजर है

Income (Indirect)👇

यदि हमारे व्यवसाय मे कुछ भी Waste (बेकार सामान) बेचने से कुछ आय होती है। तो ये अप्रत्यक्ष आय Income Indirect कहलाती है। या हमें बैंक dwara कोई Interest प्राप्त होता है तो यह Indirect Income में दर्ज की जायेगी है।

Indirect Expenses👇

या Expenses Indirect अप्रत्यक्ष व्यय, (खर्च) हैं। किसी व्यवसाय में अप्रत्यक्ष व्यय मतलब (Indirect Expenses) ऐसे व्यय है। जो माल (Goods) खरीदी (Purchase) से संबंधित नहीं होते हैं। अर्थात अप्रत्यक्ष व्यय (Indirect Expenses) मे उन व्ययों (खर्चो) को शामिल किया जाता है। ये दोनो भी एक ही लेजर है

Investment👇

निवेश एक वस्तु, संपत्ति, उत्पाद या कोई अन्य संपत्ति है जिसे भविष्य में आय उत्पन्न करने के लिए खरीदा या उपयोग किया जाता है। एक निवेश किसी भी प्रकार की खरीद हो सकता है जैसे स्टॉक, संपत्ति, व्यवसाय इत्यादि। निवेशित संपत्ति का अधिकतर उपभोग नहीं किया जाता है बल्कि भविष्य की संपत्ति बनाने के लिए रखा जाता है। यह Investment कहलाती है।

Loans & Advances (Asset)👇

ऋण एवं अग्रिम का अर्थ (Meaning of Loans and Advances): बैंक आस्तियों का एक बहुत बडा भाग (Loans and Advances) के रूप में विनियोजित किया जाता है। ऋण एवं अग्रिम पर बैंकों द्वारा ऊंची दर से ब्याज वसूला जाता है, क्योंकि ये कम तरल (Less Liquid) होते हैं जबकि इनमें जोखिम की अधिक संभावना होती है । यह Loans & Advances कहलाते हैं।

Loans (Liability)👇

आसान भाषा में liability का मतलब है कर्ज लेना। जैसे कोई व्यक्ति अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए बैंक से लोन लेते हैं या किसी भी दूसरे व्यक्ति से उधार कर्ज लेते हैं या किसी तरह का सामान अगर हम किसी से मंगवाते है, और उन्हें पैसा बाद में देते हैं, तो यह सारी प्रक्रिया liabilities ही कहलाती है।

Misc. Expenses (ASSET)👇

ऐसे खर्चे जो हमें चुकाने होते है लेकिन, हमें जिस व्यक्ति को पैसे चुकाने है, और वह व्यक्ति काम छोड़ कर चला गया अब हमें ये नहीं पता कि वह आएगा या नहीं तो हम उस व्यक्ति के पैसे Misc(Expenses)में रखेंगे जब वह व्यक्ति कभी भी आयेगा तब हम उसके पैसे चुका देंगे।

Provisions प्रावधानों👇

जब कोई कंपनी का व्यापार शुरू किया जाता हैं। तो उस व्यापार के संचालन (शुरुआत) करने के लिए भविष्य में कभी भी होने वाले निश्चित ख़र्चे के लिए राशि (धन) को अलग से निकाल कर रख लेते हैं। उसे Provisions कहते हैं।

Reserves & Surplus

रिजर्व्स का मतलब है वो रकम जो कंपनी ने किसी खास वजह के लिए रखी है, और इसका इस्तेमाल भविष्य में होना है। सरप्लस वो है जहां पर कंपनी के मुनाफे को दिखाया जाता है। कंपनी के बैलेंस शीट और Profit & Loss दोनों में इसका इस्तेमाल होता है। वित्तीय लेखांकन में एक रिजर्व मूल शेयर पूंजी को छोड़कर, शेयरधारकों की इक्विटी का एक घटक है। एक रिजर्व उस राशि का एक हिस्सा है जिसे किसी विशेष लक्ष्य की पूर्ति के लिए आवंटित किया गया है। लेखांकन में, रिजर्व शब्द का उपयोग भविष्य के कार्यों जैसे बोनस का भुगतान, संपत्ति खरीदने और कानूनी शुल्क का भुगतान करने के लिए अलग रखी गई राशि का वर्णन करने के लिए किया जाता है। सरप्लस का मतलब है एक संपत्ति या संसाधन के उस हिस्से का वर्णन करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है जो सक्रिय रूप से उपयोग की जा रही राशि से अधिक है। बजट के संदर्भ में, सरप्लस एक शब्द है जिसका उपयोग उपयोग की जा रही राशि से अधिक राशि का वर्णन करने के लिए किया जाता है। सरप्लस तब होता है जब अर्जित आय की राशि खर्च किए गए खर्चों से अधिक हो जाती है।

Retained Earnings

Business (व्यवसाय) में भविष्य में होने वाले खर्चों और हानियों को पूरा करने के लिए लाभों मे कुछ हिस्सा रोक कर रखा जाता है। लाभ के रोके गये इस हिस्से को अलग-अलग नामों से रखा जा सकता है। जैसे:- General Reserve, Capital Reserves, Reserve for Decpreciation Sales Accounts

Secured Loans👇

इस तरह का Loan देने के लिए Bank आपसे कोई चीज गिरवी रखवाती है। जैसे आप किसी तरह की संपत्ति गिरवी रखकर ही Secured Loan प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार के Loan में आपके द्वारा कोई Security रखी जाती है इसीलिए इसे Secured Loan के नाम से जाना जाता है। यह Property के against दिया जानेवाला Loan है।

Stock-in-Hand👇

माल से जुडे़ खातों को Stock in Hand Group में रखा जाता है। इसमें कच्चा माल, अर्द्धनिर्मित माल, तैयार माल आदि के सभी स्टाॅक को शामिल किया जाता है।

Sundry Creditors👇

विविध लेनदार - जब हम किसी व्यक्ति अथवा किसी संस्था से उधार माल खरीदते है। और उस खरीदे हुए माल का पैसा हमें चुकाना होता है। तो वह हमारा Sundry Creditors कहलाता हैै ।

Sundry Debtors👇

विविध देनदार - ये वो होते है जिनसे कंपनी या किसी संस्था को पैसे वसूलना होता है। देनदार एक व्यक्ति संस्था या कंपनी हो सकती है। कंपनी जिन ग्राहकों को शर्तो के अनुसार उधारी में माल देती है। Sundry Debtors कहलाते है।

Suspense A/c👇

यह एक अस्थायी खाता है जो किसी खाते की पुस्तकों में त्रुटि या त्रुटियों के कारण परीक्षण संतुलन में विसंगतियों को ठीक करने के लिए स्थापित किया जाता है, जबकि लेनदेन के सटीक स्थानों की पहचान की जा रही है।

Unsecured Loans👇

जब कोई लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है, तो वह अनसेक्योर्ड लोन होता है। इस लोन में ग्राहक से किसी तरह की गारंटी नही ली जाती, बैंक अनसेक्‍योर्ड लोन ग्राहक का क्रेडिट स्‍कोर देखकर देते हैं, इसमें बैंक ग्राहक की पिछली रिपेमेंट हिस्‍ट्री, इनकम सोर्स, पिछली सैलरी स्लिप्‍स या इनकम टैक्‍स रिटर्न जैसे फैक्‍ट्स देखकर इसी आधार पर लोन मंजूर करता है. अनसेक्‍योर्ड लोन में सिक्योर्ड लोन की अपेक्षा ब्याज दर अधिक होती है और इनका लोन चुकाने का समय कम रहता है।

ये सब ग्रुप होते हैं जब भी कोई खाता (Ledger) बनाया जाता है, तो वह इन ग्रुप में सेलेक्ट किया जाता हैं।

VOUCHER

Contra

Contra का कार्य बैंक से सम्बंधित लेन-देन और एक बैंक से दूसरे बैंक में पैसा ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है, और बैंक में पैसा जमा करने से लेकर पैसा निकालने का कार्य भी किया जाता है।

Credit Note

क्रेडिट नोट यह सूचित करने के लिए भेजा जाता है कि खरीददारी में जो भुगतान लिया गया था वह उसके वास्तविक दाम से अधिक था। ज्यादातर क्रेडिट नोट को माल खराब या वापसी करने की स्थितियों में क्रेडिट नोट को जारी किया जाता है।

Debit Note

डेबिट नोट ये बताने के लिए भेजा जाता है कि पहले जो सौदा हुआ था उसमें मुझे वास्तविक दाम से कम भुगतान मिला है।

Delivery Note

जब कोई कंपनी किसी Customer (ग्राहक) को माल (सामान) भेजती है तो उस माल के साथ Document (दस्तावेज) के नाम से Delivery Note बनाया जाता है। इसमें माल Delivery की तारीख माल का वितरण माल की मात्रा आदि का विवरण किया जाता है।

Job Work in Order

जॉब वर्क इन ऑर्डर के मामले में, जॉब वर्क प्राप्तकर्ता को निर्मित किए जाने वाले तैयार माल के विवरण, तैयार माल की अपेक्षित मात्रा, प्रमुख निर्माता यानि जॉब वर्क देने वाले द्वारा आपूर्ति की जाने वाली कच्ची सामग्री के विवरण के साथ जॉब ऑर्डर प्राप्त होता है। कच्चा माल यदि किश्तों में दिया जाता है। तो Tally.ERP 9 में उपयोगकर्ता जॉब वर्क इन ऑर्डर वाउचर का उपयोग करके जॉब वर्क इन ऑर्डर रिकॉर्ड कर सकते हैं।

Job Work Out Order

एक व्यावसायिक परिदृश्य में एक निर्माता जो निर्माण कार्य को किसी बाहरी निर्माता (जॉब वर्कर) को सौंपना चाहता है, पहले जॉब वर्कर्स की पहचान करता है जिनके पास नौकरी में विशेषज्ञता है जिसे प्रत्यायोजित करने की आवश्यकता है। फिर विभिन्न जॉब वर्कर्स द्वारा निर्माण की लागत की तुलना करता है और अंत में जॉब वर्कर पर निर्णय लेता है कि निर्माण की लागत, निर्माता की मात्रा, और इसी तरह के अन्य कार्यों के आधार पर जॉब वर्कर को किसको काम सौंपा जाना Job Work Out Order कहलाता है।

Journal

Journal Voucher एक प्रकार का एकाउंटिंग वाउचर है जो कुछ विशेष Entry के लिए उपयोग किया जाता है। टैली में जो Entries Receipt, Payment, Contra, Purchase, Sales आदि Vouchers के माध्यम से नहीं की जाती वो Entries Journal Voucher से ही की जाती है। Account Adjustment के लिए भी Journal Voucher का उपयोग किया जाता है।

Material In

सामानों के भंडारण और रखरखाव के लिए व्यवसायों के पास एक से अधिक गोदाम हो सकते हैं। एक आयातक के लिए, यदि दो इकाइयां/भंडार हैं और माल एक इकाई से दूसरी इकाई में ले जाया जाता है, तो सामग्री इन/मटेरियल आउट वाउचर का उपयोग करके माल की इस आवाजाही को रिकॉर्ड किया जाता है।

Material Out

सामान के भंडार एबीसी कंपनी की दो इकाइयां हैं, गोदाम ए और गोदाम बी तो जब माल गोदाम ए से गोदाम बी में स्थानांतरित (Transfer) किया जाता है तो सामान का रिकॉर्ड Material Out में किया जाता है।

Memorandum

यह एक गैर-लेखा वाउचर है और मेमो वाउचर का उपयोग करके की गई प्रविष्टियाँ आपके खातों को प्रभावित नहीं करेंगी। दूसरे शब्दों में, Tally.ERP 9 इन प्रविष्टियों को बहीखातों में पोस्ट नहीं करता है, लेकिन उन्हें एक अलग मेमोरेंडम रजिस्टर में संग्रहीत करता है। जब आप अपनी पुस्तकों में प्रविष्टि लाने का निर्णय लेते हैं तो आप मेमो वाउचर को नियमित वाउचर में बदल सकते हैं और परिवर्तित कर सकते हैं। यदि कंपनी अपने कर्मचारी को वाहन व्यय (खर्च) के लिए 5000 रुपये नकद अग्रिम के रूप में भुगतान करती है। इसके लिए, आपको वाहन व्यय खाते को डेबिट करना होगा और नकद खाते को क्रेडिट करना होगा। आप इस लेनदेन को मेमोरेंडम वाउचर में रिकॉर्ड कर सकते हैं।

Payment

Business (व्यापार) में होने वाले नगद और उधार क्रय-विक्रय जिसमे हमें Payment (भुगतान) करना एवं Payment प्राप्त करना होता है, जैसे आपने Business में Ashok Traders से 5000 रुपये का गुड्स। (माल) खरीदा, तो आपको 5000 रुपये Payment (भुगतान) करना होगा इस Entry को Payment कहा जाता है।

Physical Stock

भौतिक स्टॉक वाउचर का उपयोग वास्तविक स्टॉक को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है जिसे सत्यापित या गिना जाता है। हो सकता है कि बुक स्टॉक्स और फिजिकल स्टॉक मैच न करें। यह असामान्य नहीं है कि कंपनी वास्तविक स्टॉक और कंप्यूटर स्टॉक आंकड़े के बीच एक विसंगति पाती है। फिजिकल वाउचर रिकॉर्डिंग उद्देश्यों के लिए तभी उपयोगी होंगे जब आपने भौतिक स्टॉक अंतरों को अनदेखा करने के लिए इन्वेंट्री वाउचर को कॉन्फ़िगर किया हो। यदि आपने वाउचर को कॉन्फ़िगर किया है ताकि भौतिक स्टॉक अंतर को नजर अंदाज न किया जाए, तो भौतिक स्टॉक वाउचर के बाद के सभी लेनदेन उस वाउचर में उल्लिखित शेष राशि का उपयोग करेंगे।

Purchase

जब एक व्यापारी किसी दूसरे व्यक्ति या Traders के पास से कोई सामान(Stock) खरीद कर लाता है, तो उसकी एकाउंटिंग मेंटेन करने के लिए परचेज वाउचर का प्रयोग किया जाता है।

Purchase Order

Purchase Order एक खरीद आदेश है, जिसे अक्सर PO के रूप में संक्षिप्त किया जाता है, एक खरीदार द्वारा विक्रेता को जारी किया गया एक वाणिज्यिक दस्तावेज है, जो आवश्यक उत्पादों या सेवाओं के प्रकार, मात्रा और सहमत कीमतों को दर्शाता है। इसका उपयोग बाहरी आपूर्तिकर्ताओं से उत्पादों और सेवाओं की खरीद को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।

Receipt

जब आप किसी भी तरह से भुगतान प्राप्त करते हैं, तो आप उस लेन-देन को रसीद वाउचर (Receipt) में रिकॉर्ड कर सकते हैं। आपको अपने ग्राहकों से लंबित भुगतानों के लिए एक संकेत भी मिलेगा। जब आप भुगतान प्राप्त करते हैं तो आप लेन-देन रिकॉर्ड कर सकते हैं और भुगतान प्राप्त करने के लिए सही मोड का चयन कर सकते हैं- नकद, चेक या अन्य मोड और संबंधित साधन संख्या का उल्लेख करें। रसीद वाउचर के साथ, अब आप अपने ग्राहकों के साथ प्रभावी ढंग से अपनी बिक्री की पारदर्शिता बनाए रख सकते हैं।

Receipt Note

Receipt Note (रसीद नोट) वाउचर का उपयोग दुकानों पर माल/वस्तुओं की रसीद रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए , कंपनी को आपूर्तिकर्ता से नया स्टॉक आइटम प्राप्त होता है। यदि उस आपूर्ति के लिए कोई खरीद आदेश मौजूद है, तो रसीद नोट में पीओ संदर्भ का चयन करने से उसका विवरण प्रदर्शित होगा।

Rejection In

वाउचर में अस्वीकृति (बिक्री रिटर्न) वाउचर में रिजेक्शन का उपयोग उन सामानों को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है जिन्हें ग्राहक द्वारा अस्वीकार कर दिया जाता है और वापस कर दिया जाता है।

Rejection Out

अस्वीकृति वाउचर (खरीद रिटर्न) रिजेक्शन आउट वाउचर उन सामानों को रिकॉर्ड करता है जिन्हें अस्वीकार कर दिया जाता है और आपूर्तिकर्ता को वापस कर दिया जाता है।

Reversing Journal

रिवर्सिंग जर्नल्स रजिस्टर रिवर्सिंग जर्नल विशेष जर्नल होते हैं जो एक निर्दिष्ट तिथि के बाद स्वचालित रूप से रिवर्स हो जाते हैं। वे केवल निर्दिष्ट तिथि तक ही अस्तित्व में रहते हैं और तभी प्रभावी होते हैं जब उन्हें बैलेंस शीट जैसी रिपोर्टों में शामिल किया जाता है। इनका उपयोग वित्तीय वर्ष के दौरान अंतरिम रिपोर्टिंग में किया जाता है जहां संचय की सूचना दी जानी है। ये संचय आम तौर पर अल्पकालिक होते हैं और बाद की अवधि में साफ़ हो जाते हैं। हालाँकि, उचित परिप्रेक्ष्य प्राप्त करने के लिए, निर्णय निर्माताओं को सभी पहलुओं और लेनदेन के पूर्ण प्रभाव वाली रिपोर्ट की आवश्यकता होती है।

Sales

जब हम कोई व्यापार शुरू करते हैं, तो उस व्यापार में जो भी वस्तुएं (Items) या सेवाएं (Services) बेचते हैं, तो उस माल (goods) की एकाउंटिंग मेंटेन करने के लिए और ग्राहक को बेची गई माल की पर्ची (Bill) देने के लिए Sales Voucher का प्रयोग किया जाता है।

Sales Order

यह एक विक्रय आदेश एक दस्तावेज़ है जो विक्रेता द्वारा ग्राहक के साथ तैयार और साझा किया जाता है। एक बार जब आपको आवश्यक उत्पाद के विवरण के साथ ग्राहक से खरीद आदेश प्राप्त हो जाता है, तो आप बिक्री आदेश जारी करके उस उत्पाद की बिक्री और वितरण की पुष्टि कर सकते हैं। एक बार सामान वितरित हो जाने के बाद, आप बिक्री आदेश के विरुद्ध बिक्री रिकॉर्ड कर सकते हैं। आप बिक्री आदेश के विरुद्ध डिलीवरी नोट भी रिकॉर्ड कर सकते हैं और फिर डिलीवरी नोट के विरुद्ध बिक्री रिकॉर्ड कर सकते हैं।

Stock Journal

यह एक स्टॉक जर्नल वाउचर जिसमें सभी प्रकार के स्टॉक समायोजन दर्ज किये जाते हैं। स्टॉक समायोजन निम्न के कारण हो सकता है। अंतर-गोदाम स्थानांतरण Stock Journal यह सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने के लिए उपयोगी है। स्टॉक की मात्रा वही रहती है, लेकिन स्थान बदल जाता है। माल के स्थानांतरण में शामिल अतिरिक्त लागत/व्यय। आप सामग्री को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने के संबंध में होने वाली अतिरिक्त लागत का भी हिसाब लगा सकते हैं। स्टॉक की बर्बादी या स्टॉक की कमी के लिए लेखांकन स्टॉक वस्तुओं की कमी या बर्बादी हो सकती है, मात्रा में परिवर्तन हो सकता है। ऐसे मामलों में, आपको स्टॉक आइटम में वृद्धि या कमी के लिए स्टॉक जर्नल दर्ज करना होगा।


ये सभी Vouchers होते है, Ledger बनाने के बाद जब Entry की जाती है तब इन्हीं Vouchers का प्रयोग किया जाता है।

टैली सॉफ्टवेयर को आप किसी भी संस्थान में बेसिक लेवल से लेकर एडवांस लेवल तक सिख सकते हैं, आप अपने लैपटॉप PC से घर पर भी टैली सिख सकते हैं सोशल मीडिया, पोस्ट, यूट्यूब आदि के द्वारा तो दोस्तों अब आप मेरे ब्लॉग द्वारा टैली को बहुत ही आसाानी से सिख सकते हैं, दोस्तों मेरी पोस्ट को पूूरा  पढ़े तो आपको टैली बहुत अच्छे से समझ आ जाएगी।



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फोन नंबर (यदि लैंडलाइन नंबर हो)
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फैक्स नंबर (यदि फैक्स नंबर हो)
ईमेल
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पासवर्ड भी दे सकते हैं यदि आपको अपना डेटा सुरक्षित रखना है तो आप दो पासवर्ड दे सकते हैं, पहला Security Control और दूसरा Use Security Control को Yes करके सभी जानकारी भरने के बाद Ctrl+A दबाये फिर एक New Company Create हो जाएगी। Company बनाने के बाद Accounts Info में Ledger Create करें। Tally.ERP 9 में Cash-in-Hand और Profit & Loss पहले से ही बने हुए होते हैं इनको बनाने की आवश्यकता नहीं होती।

GST (Goods & Service Tax) 1 July 2017 को Applicable (लागू ) हुआ। CGST (Central Goods & Service Tax SGST (State Goods & Service Tax) GST Percentage - 5%, 12%, 18% and 28%